मयंक यादव के सिर्फ गेंदों की रफ्तार नहीं है, बल्कि उनका खेलने का अनोखा तरीका भी है। उनका तनावज्ञान, उनकी तकनीक और उनकी दृढ़ निर्णय लेने की क्षमता उन्हें अग्रणी बनाती है। इस IPL सीज़न में मयंक यादव नए सौदागर के रूप में उभर रहे हैं, जिसने न सिर्फ गेंदों की रफ्तार से, बल्कि अपनी विवादित खेल की वजह से भी ध्यान आकर्षित किया है।
आईपीएल 2024 में भारतीय क्रिकेट को एक खूंखार और तेज गेंदबाज मिल गया है। 21 साल के मयंक यादव ने लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए अपने डेब्यू मुकाबले में ही कमाल की बॉलिंग की। उन्होंने इस सीज़न की सबसे तेज गेंद भी डाली। उन्होंने पटकी हुई गेंद पर 3 विकेट भी लिए।
भारत को आईपीएल की वजह से उमरान मलिक के रूप में उनका सबसे तेज गेंदबाज मिला था। उमरान की बॉल लगातार 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से फेंकी जा सकती है। हालांकि, उनका लाइन और लेंथ पर पूरी तरह से काबू नहीं है, जिसके कारण उमरान अभी भारतीय टीम से बाहर हैं। इसी बीच, आईपीएल में भी उन्हें मौके नहीं मिल रहे हैं। इसके विपरीत, एक और तेज गेंदबाज ने अपनी स्पीड से आईपीएल डेब्यू में ही तहलका मचा दिया। उनका नाम मयंक यादव है। उन्होंने 4 ओवर के स्पेल में 9 गेंदें 150 किमी प्रति घंटे से उससे भी तेज फेंकी। उनकी सबसे धीमी गेंद 141 किमी प्रति घंटे की थी।
इंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टो भी मयंक यादव के सामने नहीं टिक पाए। उन्होंने पटकी हुई गेंद को पूल करने की कोशिश की, लेकिन स्पीड के सामने उनकी एक भी चाल नहीं चली। गेंद बेयरस्टो के बल्ले पर सही तरह से नहीं आई और मिड विकेट पर स्टोइनिस ने कैच लपकाया। अगले ओवर में उन्होंने पटकी हुई गेंद पर प्रभसिमरन सिंह का भी शिकार किया। फिर जितेश शर्मा बाउंसर पर ही आउट हुए। चार ओवर के अपने स्पेल में मयंक ने 27 रन देकर 3 विकेट लिए। पंजाब की पारी के पहले तीनों विकेट उन्हें ही मिले।